गुरुवार, ९ डिसेंबर, २०१०

मेरी सोच

मैं नहीं जानता कि मेरी जिंदगी  में  क्या हो रहा है.सब लोग मुझे टाल रहे हैं .लेकिन किसी को मेरा इंतज़ार कर रहा हैं  युद्ध के लिए शस्त्र रखा..मैं उन्हें जो खुद को ढीला करना चाहता हूँ कोई बात नहीं.मैं हमेशा मेरे सबसे अच्छे दोस्त के बारे में सोचते हैं.
चरित्रहीन और देनदार सबसे अधिक इस दुनिया में हारे हुए हैं .........वे अपनी सीमा तोड़ रहे हैं कि लोगों अटूट कर मन के रूप में जानता था.  कोई एक बच्चे के दिमाग का गुरु है.कोई भी जन्म के रूप में सुंदर है ..कोई रोम की भाषा स्थायी रूप से बोलते हैं.

युद्ध दुश्मन पर जीत के लिए दावा है,मौत हमेशा जीवन पर जीत के लिए दावा करते हैं.
मानव पशु जो अपने खुद दूसरों के लिए कानून बना है. 
वह खुद को समाजवादी जानवर के रूप में कहा जाता है ..
सोचा था कि हमेशा खुद के रूप में आदमी  निडर है

मोबाइल की आवाज दूत को संप्रेषित करने के लिए हमारे साथ बातचीत करना चाहते हैं.आदेश, सोचा, अपने लाभ, सामाजिक लाभ या भार आकर्षित करने के लिए विचार

कौवा हमेशा सुरक्षा के लिए रो रही है,आदमी हमेशा न रोने के लिए झूठ बोलते हैं ..
 
हर कर्म अपना फल है, न  तो कोई कर्म बेकार जाता हैं .....
अल्पाधिकार अर्थशास्त्र जो एकाधिकार प्रतियोगिता में अनुमति ......
यह  शब्द है सच नहीं है

हर चींटी होना चाहते लगता है कि खाद्य और अनुसंधान से बचने के लिए कुछ समय मुझे लगा चींटी कम्युनिस्ट भी है एक और समय 'चींटी आशावादी व्यापारी, जो सब कुछ के लिए जोखिम लेने के लिए है "....
ज्ञान हमेशा भाषण से बेहतर है.
एक विचार के रूप में जाना भाषण दिखाने के लिए मैं कैसे आप के लिए बुद्धिमान हूँ ..........



सोमवार, ६ डिसेंबर, २०१०

मराठा ,मर हट्ठे..........मेल्याशिवाय मागे न हटनारे....असे ज्यांचे वर्णन आहे ते आम्हीच................
आई भवानीला सर्वस्व माननारे.....छत्रपति शिवाजी महाराजांचे बछड़े .......हिन्दू धर्माला सुरक्षित ठेवणारे .......गुलामगिरिला नष्ट करणारे ...............मृत्युलाही जिंकनारे..........अधर्माच्या राज्यात धर्म सुरक्षित ठेवणारे ......हिन्दू आम्हीच होय .....


ज्या प्रमाणे सिंह जंगलाचा राजा असतो तैसाच या हिन्दुभुमित आम्ही मराठे .........

शुक्रवार, ३ डिसेंबर, २०१०

birth of new guitarist of Sarade village

नव्या दिशेची नवी चाहुल वाट ........
सारडे गावात जाण्याचा दुर्मिळ योग २ डिसेम्बर २०१० ला चालुन आला . विशेष म्हणजे  माझ्या मित्राच्या घरात सत्य नारायणाची पूजा होती . पूर्वी हिरामन आणि मी दापशेतात रोज जात होतो वेल ते का आम्ब्या करवनंदाच्या ओढीने....
आज जो हिरामन आहे तो पूर्वी पेक्ष्या काही वेगळ  नाही ......
सध्या तो एका ठिकाणी कार्यरत आहे .
सारडयात गेल्या वर जर मी सागर च्या घरात पाउल ठेवले नाही तर ते सारडयात न गेल्या सारखेच आहे .
आजकाल तो त्याच्या गिटार वाज वन्यात गुंग आहे .....हे खोट आहे ...तो कधीतरी त्याचा मूड असल्यावरच गिटार वाजवतो .
लोकांकडे काय पहाणे,,त्यांचे कामच आहे कुणाला तरी नाव ठेवण.....असे  असल्यामुळे त्यांच्या कड़े दुर्लक्ष्य करणेच योग्य आहे .त्याने अजुनही गिटार शिकण्यासाठी कोणताही वर्ग लावला नाही तरीही त्याच्या हौशी पणाचे कौतुक करने हे योग्यच आहे .

మిను ,సవిత  ఆశయ ములిన్ పసున్ దూర్ ఝాల్యవార్ మీ ప్రచాండ్ అపయషి ఝాల్య సరఖే వాతాట్ హోతే ..పరన్తు సాగర్ నే దిలేల్య బహుములీ సందేశ్యములే మల త్యతున్ బహేర్ పడత ఆలె ...धन्यवाद सागर .
देव नरसिंह तुझ्यावर कृपादृष्टि ठेवो ......